प्रिय पाठकों नमस्कार ! आज के इस लेख में हम जानेंगे की जनसंख्या वृद्धि को रोकने के उपाय क्या क्या हैं । भारतीय जनसंख्या भौगोलिक अध्ययन का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसके बारे में हम आज जानेंगे । हम जानते हैं कि, राष्ट्रीय विकास में जनसंख्या का अपना अलग ही महत्व है। तो चलिए अब यह पोस्ट शुरू करते हैं और विस्तार से समझते हैं कि जनसंख्या वृद्धि को रोकने के प्रमुख उपाय क्या क्या है। Jansankhya Vriddhi Rokne KeJansankhya Vriddhi Rokne Ke Upay Upay
जनसंख्या वृद्धि को रोकने के उपाय
Jansankhya Vriddhi Rokne Ke Upay -: जनसंख्या वृद्धि को रोकने के निम्नलिखित उपाय है –
- जीवन स्तर में सुधार
- विवाह की आयु में वृद्धि करना
- शिक्षा का प्रसार
- परिवार कल्याण
- सामाजिक सुरक्षा का विकास
- सन्तानोत्पत्ति की सीमा निर्धारण
- अन्य कारण
1. जीवन स्तर में सुधार – जीवन स्तर में सुधार होने से मनुष्य की भौतिक रुचि बढ़ जाती है और उसका रहन-सहन का स्तर ऊँचा हो जाता है और भविष्य के लिए योजनाएं बनाने लगता है। अतः कृषि और औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि कर आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार का प्रयास करना आवश्यक है।
2. विवाह की आयु में वृद्धि करना – लड़के एवं लड़कियों के विवाह की न्यूनतम उम्र बढ़ायी जाये। बाल विवाह पर पूर्ण रोक लगायी जाये। लेकिन आज भी अक्षय तृतीया एवं कार्तिक शुक्ला एकादशी को लाखों अबोध बालक-बालिकाओं को शादी 6 से 15 वर्ष के बीच करा दी जाती है आज तक इस बारे में कभी कोई कठोर कार्यवाही राजनीतिक कारणों से नहीं हुई।
3. शिक्षा का प्रसार – भारत की तीन चौथाई जनसंख्या गांवों में निवास करती है। गांवों में शिक्षा की बड़ी कमी है। शिक्षा की कमी एवं अज्ञानता के कारण गांवों में जनसंख्या नियंत्रण का कोई भी कार्यक्रम सफल नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा परिवार को छोटा रखने एवं जीवन का स्तर ऊंचा उठाने में शिक्षा बहुत महत्त्वपूर्ण है। शिक्षित व्यक्ति निरोधक साधनों का प्रयोग करता है। अतः लोगों में शिक्षा का प्रसार कर उनकी अज्ञानता को दूर करके ही जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
4. परिवार कल्याण – जनसंख्या नियंत्रण के लिए परिवार कल्याण कार्यक्रमों को तीव्रता से लागू करना चाहिए। यह सामाजिक अर्थव्यवस्था, पारिवारिक सुख और राष्ट्रीय नियोजन के हित से परिवार नियोजन और सन्तान की सीमा तो रखता है साथ-साथ संतति सुधार कार्यक्रम में भयंकर प्रकृति के छूत या संक्रामक से पीड़ित व्यक्तियों के विवाह और सन्तानोत्पत्ति पर भी रोक करने की कोशिश करता है।
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5. सामाजिक सुरक्षा का विकास – हमारे देश में बुदापे, बेरोजगारी अथवा दुर्घटना से सुरक्षा न होने से ही लोग बड़े के पक्षधर हैं। अतः इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए सामाजिक सुरक्षा जैसे बेरोजगारी भत्ता, वृद्धावस्था पेंशन, वृद्धों के लिए आवास गृह आदि चलाकर लोगों में सामाजिक सुरक्षा की भावना जागृत करनी चाहिए।
6. सन्नानोत्पत्ति की सीमा निर्धारण – केन्द्र एवं राज्य सरकारों को मिलकर अपने-अपने क्षेत्रों में सन्तानो की सोमा का निर्धारण करना चाहिए। जो नागरिक इस सीमा का पालन नहीं करे उसे कठोर रूप में आर्थिक एवं सामाजिक दण्ड का प्रावधान करना चाहिए।
7. अन्य कारण – उपर्युक्त उपायों के अतिरिक्त धन एवं मानसिक कार्यों की वृद्धि के साथ प्रजनन शक्ति भी कम होती है। इसके अतिरिक्त विवाह को अनिवार्यता को ढोला बनाना, स्त्री शिक्षा एवं उसे स्वावलम्बी बनाना, मनोरंजन के साधनों का अधिक सन्तान उत्पत्ति करने वाले दम्पत्ति को सरकारी नौकरी की सुविधा से वंचित करना, गर्भपात की विश्वसनीय सेवा उपलब्ध करवाना भी जनसंख्या की वृद्धि पर रोक लगाने में सहायक होंगे।
FAQ’s
1. जनसंख्या को नियंत्रित करना क्यों आवश्यक है?
बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण अत्यंत आवश्यक है, ताकि भारतीय जनमानस के लिए मूलभूत आवश्यकताओं की आपूर्ति को सुनिश्चित किया जा सके। ऐसे में सरकार को जनसंख्या नियंत्रण से संबंधित कानून बनाने में अब देरी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इस संदर्भ में देरी जनता पर भारी पड़ती हुई दिख रही है।
2. जनसंख्या वृद्धि को रोकने के उपाय बताइए ?
जनसंख्या वृद्धि को रोकने के उपायों के बारे में आपको इस पोस्ट में बताया गया है ।
निष्कर्ष –
आशा करता हूं कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होंगे कि जनसंख्या वृद्धि को रोकने के प्रमुख उपाय क्या क्या है। Jansankhya Vriddhi Rokne Ke Upay अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई समस्या हो या कोई शब्द समझ में नहीं आया हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं हम आपकी मदद जरूर करेंगे। एसी ही एजुकेशन से भरी जानकारी जानने के लिए हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें। धन्यवाद