प्रिय पाठकों नमस्कार ! आज के इस लेख में हम जानेंगे कि घर्षण क्या है घर्षण को कम करने के उपाय क्या-क्या क्या है। घर्षण भौतिक विज्ञान का का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसके बारे में हम आज जानेंगे । तो चलिए अब यह पोस्ट शुरू करते हैं और विस्तार से समझते हैं कि की घर्षण को कम करने के क्या-क्या उपाय हैं। Gharshan ko kam karne ke upay
घर्षण को कम करने के उपाय
Gharshan ko kam karne ke upay – घर्षण बल को कम करने के प्रमुख उपाय निम्नलिखित है –
- पॉलिश करके
- स्नेहक का उपयोग करके
- बाल बेयरिंग का उपयोग करके
- धारा रेखीय आकृति देकर
1. पॉलिश करके – घर्षण कम करने के लिए पृष्ठों को चिकना कर दिया जाता है। ऐसा करने से पृष्ठों के के उभार व गर्त कम हो जाते है जिससे घर्षण कम हो जाता है।
2. स्नेहक का उपयोग करके – घर्षण कम करने के लिये संपर्क पृष्ठों के बीच स्नेहक जैसे ग्रीस, ऑयल आदि।डाल दिया जाता है जिससे दोनों पृष्ठों के बीच घर्षण कम हो जाता है।
3. बाल बियरिंग का उपयोग करके – बॉल बियरिंग में छोटी-छोटी गोलियां होती है जो सभी घर्षण को बेल्लन घर्षण में बदल देती है। वेल्लन घर्षण, सर्प घर्षण से कम होता है।
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4. धारारेखीय आकृति देकर – जब कोई पिण्ड किसी तरल (द्रव या गैस) में गति कर रहा है तो तरल घर्षण को कम करने के लिये पिण्ड की आकृति विशेष प्रकार की (मछली जैसी) बनाई जाती है, जिससे पिण्ड के संपर्क में तरल की परतों का प्रवाह धारा रेखीय हो जाता है, इससे तरल घर्षण कम हो जाता है। वायुयानों तथा तीव्र गति वाली आधुनिक कारों का आकार इसी आधार पर तय किया जाता है।
घर्षण बल क्या है?
Gharshan ko kam karne ke upay – घर्षण एक बल है जो दो तलों के बीच सापेक्षिक स्पर्शी गति का विरोध करता है। न्यूटन के प्रथम नियम के अनुसार गुटके का दोनों सतह (साधारण फर्श व काँच पर गति करते रहना चाहिए व परन्तु यह कुछ दूर गति कर ही रुक गया। गुटका और फर्श की सतहों के मध्य एक बल कार्य करता है जो गति का विरोध करता है जिसके कारण गुटका कुछ दूर गति कर रुक जाता है। यह बल घर्षण बल कहलाता है, जब भी कोई वस्तु किसी सतह के संपर्क में हो, यह बल उत्पन्न होता है। घर्षण बल सदैव गति की दिशा के विपरीत दिशा लगता है।
घर्षण बल किसे कहते हैं?
Gharshan bal – जब एक वस्तु ( पिंड) दूसरी वस्तु पर चलती है या चलने का प्रयास करती है तो उनके संपर्क तलों के मध्य एक बल कार्य करने लगता है जो उनके मध्य आपेक्षिक गति का विरोध करता है। इस गति विरोधी बल को घर्षण या घर्षण बल कहते हैं।
घर्षण एक बल है जो दो तलों के बीच सापेक्षिक स्पर्शी गति का विरोध करता है। न्यूटन के प्रथम नियम के अनुसार गुटके का दोनों सतह (साधारण फर्श व काँच पर गति करते रहना चाहिए व परन्तु यह कुछ दूर गति कर ही रुक गया। गुटका और फर्श की सतहों के मध्य एक बल कार्य करता है जो गति का विरोध करता है जिसके कारण गुटका कुछ दूर गति कर रुक जाता है। यह बल घर्षण बल कहलाता है, जब भी कोई वस्तु किसी सतह के संपर्क में हो, यह बल उत्पन्न होता है। घर्षण बल सदैव गति की दिशा के विपरीत दिशा में लगता है।
घर्षण बल के प्रकार
Gharshan Bal Ke Prakar – मुख्यतः घर्षण बल दो प्रकार का होता है –
- स्थैतिक घर्षण बल
- गतिज घर्षण बल
स्थैतिक घर्षण बल – स्थैतिक घर्षण दो पदार्थों की सतहों के बीच घर्षण बल है स्थैतिक घर्षण एक ऐसा बल है जो रास्ते में चल रही किसी वस्तु की गति में बाधा उत्पन्न करता है। स्थैतिक घर्षण लगाए गए बल का विरोध करता है और वस्तु को स्थिर रखता है। स्थैतिक घर्षण बल को fs से प्रदर्शित करते है।
गतिक घर्षण बल – गतिमान वस्तु एवं सपर्क सतह के मध्य लगने वाले घर्षण बल को गतिक घर्षण बल कहते हैं।
FAQ’s
1. घर्षण बल क्या है?
घर्षण एक बल है जो दो तलों के बीच सापेक्षिक स्पर्शी गति का विरोध करता है।
2. घर्षण बल को कम करने के उपाय बताइए?
घर्षण बल को कम करने के उपायों के बारे में आपको इस पोस्ट में बताया गया है ।
निष्कर्ष –
आशा करता हूं कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होंगे कि घर्षण बल क्या है वह घर्षण बल को कम करने के उपाय क्या-क्या हैं। Gharshan ko kam karne ke upay आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई समस्या हो या कोई शब्द समझ में नहीं आया हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं हम आपकी मदद जरूर करेंगे। एसी ही एजुकेशन से भरी जानकारी जानने के लिए हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें। धन्यवाद