प्रिय पाठकों नमस्कार ! आज के इस लेख में हम जानेंगे कि उपग्रह किसे कहते हैं एवं उपग्रह कितने प्रकार के तथा उपग्रह के लाभ क्या-क्या क्या है। आज के समय उपग्रह से ही हमें मौसम की जानकारी एवं सभी ऑनलाइन जानकरी प्राप्त होती है। उपग्रहों का अध्ययन खगोल विज्ञान में महत्वपूर्ण होता है उपग्रह खगोल विज्ञान का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसके बारे में हम आज जानेंगे । तो चलिए अब यह पोस्ट शुरू करते हैं और उपग्रह के बारे में विस्तार से समझते हैं ।
उपग्रह किसे कहते हैं ?
वे आकाशीय पिंड या खगोलीय पिंड जो ग्रहों का चक्कर लगाते है, उपग्रह कहलाते है । जैसे – चंद्रमा । जो पिण्ड पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाते हैं वे उपग्रह भू-उपग्रह कहलाते हैं। उपग्रह ठीक उसी प्रकार ग्रहों की परिक्रमा करते हैं, जिस प्रकार चंद्रमा, प्रथ्वी की परिक्रमा करता हैं।
उपग्रह की परिभाषा –
वे आकाशीय पिंड जो ग्रहों के चारों ओर गुरुत्वीव क्षेत्र में चक्कर लगाते है उपग्रह कहलाते है । अथवा उपग्रह एक वस्तु होती है जो स्वयं एक ग्रह के आस-पास गुरुत्वीव क्षेत्र में चक्कर लगाते है।
उपग्रह के प्रकार
सामान्यतः उपग्रह दो प्रकार के होते है –
- प्राकृतिक उपग्रह
- कृत्रिम उपग्रह
प्राकृतिक उपग्रह
वे उपग्रह, जो प्राकृतिक रूप से निर्मित हुए हैं तथा किसी गृह के चारों और अपनी एक निश्चित कक्षा में परिक्रमा करते हैं, प्राकृतिक उपग्रह कहलाते हैं। जैसे चन्द्रमा को प्रथ्वी का उपग्रह कहा जाता है। इसके अलावा अन्य ग्रहों के भी अपने अलग अलग उपग्रह है ।
कृत्रिम उपग्रह
वे उपग्रह, जो मानव निर्मित अर्थात जिनका निर्माण मानव द्वारा किया गया हो तथा विभिन्न प्रकार की सूचनाओं के एकत्रण एवं संचार जैसी सुविधाओं के लिए पृथ्वी के ऊपर एक निश्चित कक्षाओं में स्थापित किए गए हैं, कृत्रिम उपग्रह कहलाते हैं। प्रक्षेपण उद्देश्य एवं परिक्रमण कक्षाओं के आधार पर कृत्रिम उपग्रह दो प्रकार के होते है –
- तुल्यकाली या भू स्थायी उपग्रह
- ध्रुवीय उपग्रह
तुल्यकाली या भू स्थायी उपग्रह – यदि कोई कृत्रिम उपग्रह पृथ्वी अक्ष की लंबवत भूमध्य रेखीय तल में पश्चिम से पूर्व की ओर 24 घंटे में पृथ्वी का एक चक्कर पूर्ण कर लेता है तो पृथ्वी के किसी स्थान से देखे जाने पर वह उपग्रह स्तर दिखाई देगा ऐसे उपग्रह को तुल्यकाली अवस्था एकविरा कहते हैं।
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ध्रुवीय उपग्रह – ध्रुवीय उपग्रह उस उपग्रह को कहते हैं जो उस तल में घूमता है जो ध्रुवों से होकर गुजरता है तथा भूमध्य रेखीय तल के लंबवत होता है। जिस कक्ष में ध्रुवीय उपग्रह घूमता है उसे ध्रुवीय कक्ष कहते हैं।
उपग्रहों का उपयोग
आज के समय में उपग्रहों के उपयोग हमारे दैनिक जीवन में विभिन्न होते हैं। कुछ प्रमुख उपयोग निम्नलिखित है –
- वायुमंडल अध्ययन
- निगरानी एवं निरीक्षण / जासूसी कार्य
- मौसम की जानकारी
- सूचना संचार व्यवस्था में
- नेविगेशन में
- सैन्य उपयोग में
- खोज एवं अनुसंधान में
1.मौसम की जानकारी
सेटेलाइट की मदद से मौसम की जानकरी प्राप्त होती है जिससे अगर कोई संकट आता है तो हम उसके लिए पहले से ही तैयार हो जाते है जिससे कम जनधन की हानि होती है ।
2. सूचना संचार व्यवस्था में
उपग्रह सूचना संचार के लिए उपयोगी होते हैं। उपग्रह संचार के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरणों को स्थापित करते हैं, जैसे कि उपग्रहों द्वारा संचार सैटेलाइट जो टीवी, इंटरनेट, मोबाइल, रेडियो सिग्नल के लिए उपयोग होते हैं।
3. सैन्य उपयोग में –
उपग्रह सैन्य उपयोग के लिए भी उपयोगी होते हैं। सेटेलाइट सैन्य उद्देश्यों के लिए नक्शे बनाने, गतिविधियों का निरीक्षण करने, दुश्मन के स्थान आदि की जानकारी जुटाने एवं सैन्य अभ्यासों के लिए उपयोगी जानकारी जुटाने में मदद करता है।
4. निगरानी एवं निरीक्षण / जासूसी कार्य –
उपग्रह स्थान की निगरानी एवं निरीक्षण अर्थात जासूसी कार्यो के लिए उपयोग किए जाते हैं। सेटेलाइट से आकाशीय रूप से जानकारी जुटाई जाती है जो पृथ्वी के ऊपर होने वाली गतिविधियों, मौसम, नदियों एवं जंगली वनस्पतियों आदि की निगरानी एवं निरीक्षण के लिए उपयोगी होती है।
5. नेविगेशन में –
उपग्रहों की मदद से हम किसी भी लोकेशन पता कर सकते है। उपग्रह नेविगेशन के लिए भी उपयोगी होते हैं। सेटेलाइट की सहायता से विमानों, जहाजों एवं समुद्री जहाजों की स्थान निर्धारण किया जाता है।
FAQ’s
1. उपग्रह कितने प्रकार के होते हैं?
सामान्यतः उपग्रह दो प्रकार के है - १. प्राकृतिक उपग्रह २. कृत्रिम उपग्रह
2. सामान्यतः उपग्रह दो प्रकार के है १. प्राकृतिक उपग्रह २. कृत्रिम उपग्रह
वर्तमान समय में हमारे सौर मंडल में 185 ज्ञात प्राकृतिक उपग्रह हैं।
3. सबसे छोटा उपग्रह कौनसा है ?
डिमोज़ सौरमंडल का सबसे छोटा उपग्रह है ।
4. सबसे बड़ा उपग्रह कौनसा है ?
गैनिमीड हमारे सौर मण्डल के पाँचवे ग्रह बृहस्पति का सब से बड़ा उपग्रह है।
उपग्रह की परिभाषा ?
वे आकाशीय पिंड जो ग्रहों के चारों ओर गुरुत्वीव क्षेत्र में चक्कर लगाते है उपग्रह कहलाते है ।
आज आपने सीखा
आशा करता हूं कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होंगे कि उपग्रह किसे कहते हैं एवं उपग्रह कितने प्रकार के तथा उपग्रह के लाभ क्या-क्या क्या है। अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई समस्या हो या कोई शब्द समझ में नहीं आया हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं हम आपकी मदद जरूर करेंगे। एसी ही एजुकेशन से भरी जानकारी जानने के लिए हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें। धन्यवाद