औपनिवेशिक शासन क्या है?

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औपनिवेशिक शासन – प्रिय मित्रों नमस्कार ! इस ब्लॉग्स्पॉट में आपका स्वागत है, आज की इस पोस्ट में हम औपनिवेशिक शासन के बारे में जानेंगे। औपनिवेशिक भारत, भारतीय उपमहाद्वीप का वह भूभाग है जिसपर प्राचीन समय में यूरोपीय साम्राज्य था। औपनिवेशिक प्रशासन वह प्रणाली या व्यवस्था है जिसके तहत एक शक्तिशाली देश  दूसरे कमजोर देश (जिसे उपनिवेश कहा जाता है) पर शासन करता है। तो चलिए यह पोस्ट शुरू करते है और औपनिवेशिक शासन के बारे में विस्तार से जानते है aupniveshik kya hai

औपनिवेशिक शासन क्या है?

aupniveshik kya hai – औपनिवेशिक प्रशासन एक एसी शासन की व्यवस्था है जिसके तहत एक शक्तिशाली देश दूसरे कमजोर देश पर शासन करता है। यहाँ पर शक्तिशाली देश को साम्राज्यवादी देश एवं कमजोर देश को उपनिवेश कहा जाता है। औपनिवेशिक शासन को भारत के लिए ब्रिटिश युग के रूप में जाना जाता है। अंग्रेज किसी भी देश को उपनिवेश बना लेते हैं और फिर अपने राज्य का विस्तार करते हैं, इस प्रकार के प्रशासन को औपनिवेशिक शासन कहते हैं।

ब्रिटिश औपनिवेशिक प्रशासन का मुख्य उद्देश्य ऐसा शासन था जो विधि पर आधारित हो और विनियमों के अनुसार संचालित हो। ब्रिटिश औपनिवेशिक राज्य ने भारतीय दंड संहिता के अधिनियमन की प्रक्रिया में, हिन्दू और मुस्लिम व्यक्तिगत कानूनों का मानकीकरण किया। औपनिवेशिक प्रशासकों ने प्रत्येक अलग अलग क्षेत्र के लिए परंपरागत कानूनों का सार-संग्रह तैयार किया। ब्रिटिश औपनिवेशिक राज्य की मूलभूत प्रवृत्ति कानून के क्षेत्र में एकरूपता और संहिताकरण की रही। ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की स्थापना से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था स्वतंत्र थी।

औपनिवेशिक प्रशासन की विशेषताएं

  • राजनीतिक नियंत्रण
  • आर्थिक शोषण
  • सामाजिक असमानता
  • सांस्कृतिक प्रभाव

राजनीतिक नियंत्रण – शक्तिशाली देश उपनिवेश देश की सरकार पर अपना पूर्ण नियंत्रण रखता है।

आर्थिक शोषण – शक्तिशाली या साम्राज्यवादी देश उपनिवेश के संसाधनों का शोषण करता है और अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए इसका उपयोग करता है।

सामाजिक असमानता – औपनिवेशिक शासन व्यवस्था में साम्राज्यवादी देश के लोग उपनिवेश के लोगों की तुलना में अधिक शक्तिशाली और सम्मानित होते हैं।

सांस्कृतिक प्रभाव – साम्राज्यवादी देश अपनी संस्कृति और भाषा को उपनिवेश देश पर जबरदस्ती थोपता है।

भारत में ब्रिटिश उपनिवेश के तीन चरण

  1. वाणिज्यिक चरण (1757-1813)
  2. औद्योगिक चरण (1813-1857)
  3. वित्तीय चरण (1858-1947)

1. वाणिज्यिक चरण (1757-1813) – वाणिज्यिक चरण में, व्यापार और लूट में एकाधिकार था। इस चरण में, देशी शासकों और प्रतिद्वंद्वी यूरोपीय शक्तियों का उन्मूलन किया गया।

2. औद्योगिक चरण (1813-1857) – औद्योगिक चरण में, औद्योगिक क्रांति, पूँजीवाद और ईस्ट इंडिया कंपनी शामिल थे।

3. वित्तीय चरण (1858-1947) – वित्तीय चरण में, विदेशियों को बढ़ावा दिया गया।

औपनिवेशिक प्रशासनिक इकाइयाँ

औपनिवेशिक काल में, अंग्रेजों ने भारत में अपने क्षेत्र को तीन प्रशासनिक इकाइयों या प्रेसीडेंसी में विभाजित किया- बंगाल, मद्रास, बम्बई। प्रत्येक राष्ट्रपति पद पर एक गवर्नर का शासन होता था, जिसका प्रबंधन एक गवर्नर- जनरल द्वारा किया जाता था। प्रेसीडेंसी तीन प्रमुख व्यापारिक बस्तियाँ थीं, जिनमें कारखाने और किले शामिल थे।

  1. मद्रास प्रेसीडेंसी- (इसे फोर्ट सेंट जॉर्ज की प्रेसीडेंसी के रूप में भी जाना जाता है)
  2.  बॉम्बे प्रेसीडेंसी
  3. बंगाल प्रेसीडेंसी- (इसे फोर्ट विलियम की प्रेसीडेंसी के रूप में भी जाना जाता है)।

औपनिवेशिक प्रशासन के प्रभाव

औपनिवेशिक शासन का मुख्य उद्देश्य इंग्लैंड में तेजी से विकसित हो रहे औद्योगिक आधार के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था को केवल एक कच्चा प्रदायक तक ही सीमित रखना था। यह शोषण लगभग दो शताब्दियों तक जारी रहा, जब तक कि हमें अंततः 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता नहीं मिल गई।

ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का आरंभ 1757 में प्लासी की लड़ाई में सिराज उ‌द्दौला की हार को माना जा सकता है। ब्रिटिश राज 1858 से 1947 के बीच भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश द्वारा शासन था। 18वीं और 19वीं शताब्दी में, भारत ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा था। ब्रिटिश सरकार ने भारत पर शासन किया और उसके संसाधनों का शोषण किया।

FAQ’s

1. औपनिवेशिक शासन का क्या अर्थ है?

औपनिवेशिक शासन एक ऐसी व्यवस्था है जिसके तहत एक शक्तिशाली देश दूसरे कमजोर देश पर शासन करता है।

2. भारत में औपनिवेशिक शासन की शुरुआत कहाँ से हुई?

भारत का ब्रिटिश उपनिवेशीकरण 1757 में कलकत्ता से शुरू हुआ ।

3. औपनिवेशिक प्रशासन क्या है?

औपनिवेशिक प्रशासन एक एसी शासन की व्यवस्था है जिसके तहत एक शक्तिशाली देश दूसरे कमजोर देश पर शासन करता है।

आज आपने सीखा

औपनिवेशिक प्रशासन वह प्रणाली या व्यवस्था है जिसके तहत एक शक्तिशाली देश  दूसरे कमजोर देश पर शासन करता है। आशा करता हूँ, की यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होगे की औपनिवेशिक प्रशासन क्या हैं। और औपनिवेशिक शासन की विशेषताएं क्या क्या है। aupniveshik kya hai अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई समस्या है तो हमें जरुर बताएं हम आपकी मदद जरुर करेंगे ।

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