payas kya hai | पायस के प्रकार, उदाहरण एवं इसके उपयोग

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payas – जब एक परिक्षिप्त द्रव दूसरे परिक्षेपण द्रव में मिलकर एक कोलॉइडी अवस्था मे परिवर्तित हो तो उसको पायस कहते हैं। साधारणतया जल एक अवयव और दूसरा अवयव तेल या जल में अघुलनशील द्रव होता है जैसे कि बेन्जीन या नाइट्रोबेन्जीन । पायस दो प्रकार के होते है, जैसे पहला तेल- पानी में पायस (Oil in water emulsion) और दूसरा पानी-तेल में पायस (Water in oil emulsion) पायस में परिक्षिप्त द्रव की मात्रा, परिक्षेपण माध्यम की मात्रा से कहीं कम होती है। तो चलिए यह पोस्ट शुरू  करते है, और विस्तार से समझते है, कि पायस किसे कहते है ।

पायस क्या है?

payas kya hai – दो अमिश्रणीय द्रवों के कोलाइडी विलयन को पायस कहते हैं। इसमे परिक्षित और परिक्षेपण माध्यम दोनों प्रावस्थाएं है एक द्रव दुसरे द्रव से ग्लोब्युल के रूप में विषरित होता है। पायस या इमल्सन का प्रसिध्द उदाहरण दूध है जिसमे द्रव, वसा, जल में विषरित है।

पायस को बनाने के लिये दोनों मिश्रणीय द्रवों को मिलाकर वेग से हिलाना होता है, इस प्रकार से बना पायस स्थायी नहीं होता हैं। पायस को स्थायी बनाने के लिये, एक तीसरा पदार्थ पायसीकारक दोनों द्रवों में पहले मिलाना अनिवार्य है, प्रोटीन, गोंद, अगर-अगर, पायसीकरणक के रूप में प्रयोग किये जाते हैं।

किसी पायस का फिर अवयवी द्रवों में विघटित किया जाना विपायसीकरण कहलाता है और ऐसा सम्भव तब ही है जबकि उनका पायसीकारक, उबालकर, शीतलीकरण से, अपकेन्द्रण व रासायनिक विधि से नष्ट किया जाय ।

पायस के प्रकार (types of emulsion)

मुख्यतः पायस दो प्रकार के होते है, जो निम्न है –

  • तेल- जल में पायस (Oil in water emulsion)
  • जल -तेल में पायस (Water in oil emulsion)

तेल- जल में पायस (Oil in water emulsion)

जब तेल के आधिक्य में कम मात्रा में जल को हिलाया जाता है, तो तेल में जल प्रकार का पायस बनता है। उदाहरण के लिए मक्खन कॉड-लिवर या कोल्ड क्रीम आदि ।

जल-तेल में पायस (Water in oil emulsion)

यदि जल के आधिक्य में कम मात्रा में तेल लेकर हिलाया जाता है तो जल में तेल प्रकार का पायस बनता है । उदाहरण के लिए आइसक्रीम, दूध और वैनेशिंग क्रीम आदि।

पायस के उपयोग

पायस के कुछ मुख्य उपयोग निम्न है-

  1. धात्विक प्रक्रमो में अयस्कों का सांद्रण झाग उत्प्लावन विधि के द्वारा किया जाता है जो की बारीक पाउडर को तेल  के पायस के साथ उपचार पर आधारित है।
  2. सड़कों के निर्माण में जल में पायसीकरण एस्फाल्ट प्रयुक्त होता है ।
  3. दूध जो कि हमारे भोजन का महत्वपूर्ण भाग है वास्तव में द्रव वसा का जल में पाया जाता है।
  4. कई दवाइयां पायस के रूप में रहती हैं जैसे कॉड लिवर आयल आदि ।
  5. साबुन तथा अपमर्जकों की क्रिया विधि भी पायसीकरण के द्वारा समझाइ जा सकती है जो की जल में तेल प्रकार के पायस के फल स्वरुप है।
  6. आमाशय व छोटी आंत में वसा का पाचन भी पायसीकरण प्रक्रिया से संपन्न होता है।

FAQ’s

1. पायस का उदाहरण क्या है?

पायस या इमल्सन का प्रसिध्द उदाहरण दूध है जिसमे द्रव, वसा, जल में विषरित है।

2. पायस कितने प्रकार के होते हैं?

मुख्यतः पायस दो प्रकार के होते है, जो निम्न है - पहला तेल- जल में पायस और दूसरा जल-तेल में पायस ।

3. पायस किसे कहते है ?

दो अमिश्रणीय द्रवों के कोलाइडी विलयन को पायस कहते हैं।

आज आपने सीखा

आशा करता हूँ की यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होंगे की पायस क्या है payas kya hai और पायस कितने प्रकार के होते हैं एवं इसके अलावा पायस के हमारे दैनिक जीवन में क्या क्या अनुप्रयोग  होते है । अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई समस्या हो तो हमें कमेंट करके जरुर बताये हम आपके प्रश्नों का उत्तर जरुर देंगे । धन्यवाद

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